धुरि भरे अति सोहत स्याम जू, तैसी बनी सिर सुंदर चोटी। धुरि भरे अति सोहत स्याम जू, तैसी बनी सिर सुंदर चोटी।
करो प्रकृति श्रृंगार। सांग गोवर्धन सब करो जीवन उध्दार। करो प्रकृति श्रृंगार। सांग गोवर्धन सब करो जीवन उध्दार।
गिरा छोड़ आते हैं। गिरा छोड़ आते हैं।
करता वही है, क्लीन बोल्ड करता वही है, क्लीन बोल्ड
वही नज़र वही धड़कन, वही ज़िंदगी की ख़्वाहिश जगा दीजिये. वही नज़र वही धड़कन, वही ज़िंदगी की ख़्वाहिश जगा दीजिये.
सुनता था मोहब्बत में होता है सब जायज... सुनता था मोहब्बत में होता है सब जायज...